“ओ बसंती पवन पागल ना जा रे ना जा” यह गीत है फिल्म जिस देश में गंगा बहती है से और फिल्माया गया है राज कपूर साहब और पद्मिनी पर । लता मंगेशकर और शंकर जयकिशन की जोडी नें जादू सा कर डाला है, प्राण फूंक दिये हैं ।
शुरु होते समय ही इस गाने में दो डायलोग हैं जो इस प्रकार हैं !
सुनों, आगे बडी गहरी और भयानक खाईयां है, तुम भटक जाओगे राजु, मत जाओ ।
पहाड वाले रास्तों पर वो लोग भटकते हैं जिनके मन की हर रात सूनी और अंधेरी होती हैं, कम्मो जी |
राज कपूर का “जी” यहां भी प्रासंगिक है । पहले के जमाने में फिल्मों में विडियो एडिटिंग वगेरह में भी काफी खामियां रह जाती थी । नायिका के होठ अलग हिलते हैं और गाना अपनी रफ्तार में चलता है । पर सबसे खास बात इस गाने की यह है कि इसका संगीत, यह तो एसा है कि पत्थरदिल इंसान को भी रुला दे ।
गाने के अतं में नायिका पद्मिनी का विरह में गहने श्रंगार आदि फेंकना और फिर हीरो राजु का लौट कर आना, दुखी दुखी से गाने का सुखद मिलन ये यहां बडा विचित्र है । उधर अपने जमाने के मशहुर विलेन प्राण साहब बंदुक लिय पीछे पडे हैं । कुल मिला कर गाना में एसा जादू है कि कोई सुन कर भूल नहीं सकता ।
समीर लाल ’उड़न तश्तरी’ वाले // Oct 24, 2009 at 10:15 am
इस गाने की शूटिंग हमारे यहाँ जबलपुर में भेड़ाघाट पर हुई थी. :)