रकमगढ़ का किला अपने ए॓तिहासिक महत्व के लिये जाना जाता है पर आज यह अपनी पहचान लगभग खों चुका है | खंडहर मे तब्दील होता ये किला कांकरोली और नाथद्दारा से ज्यादा दूर नहीं हैं, पर प्रशासन की अनदेखी की वजह से अपने वजूद को कायम रखने के लिेये संघर्ष कर रहा है |
भारत में 1857 की क्रांति के दौरान यह रकमगढ़ का किला तांत्या तोपे व उनके सहयोगियों की शरण स्थली रहा था | उस समय कोठारिया के तत्कालीन राव श्री जोधसिहंजी नें तांत्या तोपे व उनके साथियों का पूरा साथ दिया और उन्हें पूरा रकमगढ़ का छापर सौंप दिया, साथ ही रसद, हथियार, गोला बारूद और सैन्य मदद आदि भी प्रदान की | तांत्या तोपे बहुत वीर योद्धा थे और उन्हे किसी के आगे झुकना स्वीकार ना था खास तौर से अंग्रेजो से तो उन्हे नफरत सी थी |
वे अंग्रेजो की कूटनितियों को जानते थे और जोश से भरे हुए थे | कहते हैं कि जब अंग्रेज बटालियन्स ने रकमगढ़ के छापर को घेर लिया और चारों तरफ से उन पर आक्रमण कर दिया तब तांत्या तोपे व उनके सहयोगियों नें अंग्रेजो से कडा मुकाबला लिया |
उन्होनें अंग्रेजो कें दांत खट्टे कर दिये | यह युद्ध राजसमन्द में स्वाधीनता के संघर्ष का साक्षी बना और आज तक भी लोग इसे याद करते हैं यह एक तरह का गोरों और कालों का युद्ध था | साथ ही यह भी कहा जाता है कि उस समय स्वाधीनता के संघर्ष में मोही, कोठारिया, केलवा आदि राजपूत ठिकानों नें भी क्रांतिकारीयों को यथासंभव मदद की थी, और बाद में यही हर जगह से छोटा मोटा संघर्ष भारत को अंततः आजादी दिलाने में कामयाब भी रहा |
इस हिसाब से राजसमन्द का रकमगढ़ का छापर भी अपना एक विशेष महत्व रखता है और वाजिब संरक्षण इस जगह को मिलना चाहिये साथ ही, हमारे गौरवशाली इतिहास बताने वाले स्थलों को चिन्हित करके उनके विकास पर ध्यान देना बहुत ही जरुरी है |
rajiv maheshwari // Jun 22, 2011 at 10:16 pm
bhai agar रकमगढ़ का किला ka photo lagate to
our achcha lagat.
deepika // Aug 4, 2012 at 12:37 pm
Is Rakamgarh fort is in Kotharia village? pl. tell its way from Nathdwara.
Gaurav // May 16, 2016 at 3:42 am
रकमगढ से संबंधित जानकारी प्राप्त करने
के लिए कमेंट करें जैसे-पता, फोटो, विडियो, इतिहास आदि।
Gaurav // May 16, 2016 at 4:04 am
रकमगढ के किले पर जाने के लिए सबसे पहले आर.के.राजकीय हाॅस्पीटल,राजसमंद पहुँचे। इसके बाद जे. के. स्टेडियम होते हुए खेडाना रोड जाए । खेडाना रोड पर जाते हुए बीच में एक दरवाजा आएगा इसमें से होकर स्ट्रैट जाएँ। आप पहुँच जाएंगे। यह आर.के.राजकीय हाॅस्पीटल,राजसमंद से 4 km दूर है।
हरिता इंटरनेशनल स्कूल,शंकरपुरा राजसमंद से स्ट्रैट जाकर भी वहाँ पहुँचा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए गूगल मैप और सेटेलाईट मैप देखें।
दक्ष // Feb 25, 2017 at 4:00 am
इस किले में अब तो कुछ भी नहीं बचा हे सिर्फ दीवारे हे जो काफी डरावनी लगती में के कई बार वहा गया हु । अब सिर्फ किले का एक हिस्सा बचा हे । वाकई इस किले को इतिहास में याद रखना चाहिए सुना हे कोठारिया से इस किले पर तोप चला कर तोड़ दिया गया ।