एक पहेली नसीरुद्दीन शाह की कुछ फिल्मों को लेकर
मुझे अभी नसीरुद्दीन शाह की बेस्ट फिल्मे देखने का बुखार चढ़ा हुआ हे, इसी कोशिश में मेनें एक बहुत जोरदार चीज को पकडा | की नसीर साहब कि कुछ फिल्मों में हर हीरोइन वीणा या सितार बजाते हुए गाने गाती है, और गाने भी ए॓से ए॓से की दिल को छू जाए | तो नसीर साहब कि एक से अधिक फिल्मों में ये अभिनेत्रीयां वीणा या सितार बजाती हैं, और जब में नसीर साहब की एक के बाद एक फिल्में देख रहा हूं तो ये सब मुझे एक पहेली के जैसा लग रहा हैं |
जैसे कीः

khli hath
फिल्म इजाजत में रेखा गाती हें खाली हाथ शाम आई हे

badi dheere
फिल्म इश्किया में विध्या बालन गाती हैं बडी धीरे जली

khali pyala
फिल्म स्पर्श में शबाना आजमी भी एक गाना गाती हैं खाली प्याला धूंधला दर्पण
तीनो गानो के फोटो भी साथ हैं ताकि याद आ जाये | या तो ये बडा जोरदार इत्तेफाक हैं, या फिर हो सकता है कि इसके पीछे जरुर कोई खास कहानी है | या फिर इत्तेफाक से मुझे नसीरुद्दीन शाह का कोइ धुरंधर फैन कभी मिल जाये, तो वो ही बता सकता हैं कि इस पहेली के पीछे क्या खास बात है |
और एक बात गुलजार साहब के बारे में, वे भी वाकई गुलजार है, फिल्म इजाजत के “मेरा कुछ सामान” गीत में कुछ पंक्तियां लिखी हैं, पंक्तियां भी क्या खूब हैं कि दिल को छू जाती हें |
मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पडा हैः
एक दफा वो याद है तुमको, बिन बत्ती जब साईकिल का चालान हुआ था |
हमने कैसे भूखे प्यासे बेचारों सी एक्टिंग की थी,
हवलदार ने उल्टा एक अठन्नी दे कर भेज दिया था
एक चवन्नी मेरी थी, वो भिजवा दो……………………….. गुलजार
giriraj kumar // Jan 8, 2014 at 6:40 am
bahut sundar