ढ़ेर सारे चाहने वालों की बदौलत धीरे धीरे यह राजसमन्द का साईट भी प्रसिद्धी को छू रहा है ।अभी कुछ दिन पहले ही इसे गुगल का पेज रेन्क 2 मिला है, यह बडी खुशी की बात है । गुगल का पी. आर. एक तरह का पैमाना है वेबसाइट्स व ब्लाग के लिए । जिसका जितना ज्यादा पी. आर. उसका उतना ज्यादा वेल्यु ।
साथ ही रोजाना के आने वाले विजीटर भाई बहनों की संख्या में भी ठीक ठाक वृद्धि हुई है । पहले के मुकाबले अब रोजाना ज्यादा लोग इस राजसमन्द की हिन्दी साईट पर आते है व बहुपयोगी जानकारीयां प्राप्त करते हैं । इस सभी के लिए तमाम इन्टरनेट को उपयोग में लेने वाले विजीटर लोग, दर्शक व हिन्दी प्रेमी लोग धन्यवाद के पात्र है ।
एक बार फिर तहे दिल से सभी का धन्यवाद !
Dr Durgaprasad Agrawal // Mar 22, 2008 at 11:24 am
सबसे पहले तो इस उप्लब्धि के लिए बधाई.
एक शिकायत करना चाहूंगा. आप राजसमन्द की बात करें और इस ज़िले की हिन्दी साहित्य को इतनी बडी देन को याद न करें, यह तो अन्याय है. आप जानते ही होंगे कि आपके ज़िले, बल्कि आपके ही नगर से पिछले चार दशक से एक साहित्यिक पत्रिका ‘सम्बोधन’ नाम से निकलती है. इस पत्रिका का ज़िक्र आपके ब्लॉग पर न होना मुझे बहुत अखरा है.