एक बार की बात है मुझे किसी एक विषय वस्तु या घटना पर थोडे दुःख को झेलना पडा, संवेदनशील व्यक्ति को छोटी सी पीडा भी बडी लगती हैं, वह विषय था लोगों का सडकों पर बहुत जोर शोर से हंगामे करने का | चाहे उसके कारण आस पास के कई लोगों को प्रत्य्क्ष या अप्रत्य्क्ष […]
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ब्राडगेज रेलमार्ग और राजसमंद वासियों के स्वप्न
January 13th, 2013 · 3 Comments · उलझन, कांकरोली, राजसमन्द जिला
ब्राडगेज रेलमार्ग अब राजसमंद की विशेष जरुरत बन चुका हैं | पर हमेशा से ही हमारे यहां के स्थानिय नेताओं के वादे सुने जाते हैं कि इस बार हम कांकरोली राजसमंद के रेलमार्ग को ब्राडगेज में परिवर्तित करने की स्वीकृति दिला ही देंगे | पर जाने कब सभी शहरवासियों की ये अभिलाषा पूरी होगी | […]
Tags: राजसमंद का ब्राडगेज रेलमार्ग से जुडना जरुरी·राजसमंद ब्राडगेज·राजसमंद रेलमार्ग·रेल का सफर·रेल मार्ग
हां, पिक्चर में रोता हैं………..
October 15th, 2012 · No Comments · उलझन
वाकई में बहुत अदभुत हैं किसी का भावुक होना…में भी हूं | अचानक मन में भावो के उत्पन्न होते ही व्यक्ति उनके अनुसार रिएक्ट करने लगता हैं, रोना , हंसना, खुश या दुःखी हो जाना, ये सारे भाव ही तो हैं जो हमें दूसरो से अलग बनाते हैं | जहां तक में समझता हूं, भावुक […]
Tags: जजमेंटल होना·पिक्चर में रोता हैं·भावपुर्ण जिंदगी·भावुक होना·व्यक्तिगत विचार
भर्ती और दंगे
May 22nd, 2012 · No Comments · उलझन
सेना भर्ती और दंगे : हमारे देश के राज्यों और प्रदेशों में सेना या पुलिस की भर्ती के दौरान दंगे होना अब एक बडी आम सी समस्या हो चुकी हैं और हाल ही राजस्थान में हुए दंगे, लूटपाट, आम जनता के साथ खींचातानी और सरकारी सम्पत्ती को जो नुकसान पहुंचाया गया हैं, वह असहनीय ही […]
Tags: आगजनी·दंगे·पुलिस और सेना के पद·भर्ती और दंगे·युवा·लूटपाट
आखिर क्यों हम लोग बीमार व विकलांग लोगो की कद्र नहीं करते ?
January 25th, 2012 · No Comments · उलझन
विकलांग लोगों के साथ सदव्यवहार: हम अपने आस पास काफी विकलांग लोगो को देखते हैं, बीमार या विकलांग होना कोई गुनाह नहीं है, दुर्घटनाएं किसी के साथ भी हो सकती हैं और बीमार कोई भी हो सकता हैं, फिर चाहे आप हो या हम | पर फिर भी हम रोजाना की जिंदगी में देखते हैं […]
Tags: मित्रवत व्यवहार·विकलांग·विकलांग की कद्र·विकलांग लोगों के साथ सदव्यवहार