आज इंसान किसी ना किसी नशे में जकडा हुआ है, और चाहते हुए भी छोडता नहीं या फिर कुछ लोग छोडना भी नहीं चाहते ! क्यों कि आदमी मन पक्का कर ले तो कुछ भी हो सकता है बस जरुरत है तो दृढ़ निश्चय की ! तो ये आदमी आखिर ये नशे वशे के चक्कर […]
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भगवान को भी नशीले पदार्थ पसंद है, क्यों ?
May 26th, 2011 · 2 Comments · उलझन
Tags: क्यों ?·नशा·नशीली वस्तुएं·नशीले पदार्थ·भगवान को भी नशीले पदार्थ पसंद है·भेरु जी के देवरे·राजस्थान·शोचनीय प्रश्न·liquor and hinduism
जय बाबा रामदेव
May 6th, 2011 · 6 Comments · उलझन
अचानक कुछ ही सालों में बाबा रामदेव ने जाने कैसा मन्तर फूंका की पुरे भारतवर्ष के लोग उनके दीवाने हो गये ! ए॓सा क्या हुआ कि रमता जोगी हजार करोडो रुपयों में खेलने लगा ! योग और प्राणायाम करने कराने के लिये तो ऋषि मुनि सदियों से कहते आ रहे हैं पर इस विधा की […]
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आम शहरी और ट्रेफिक के नियम
November 14th, 2010 · 2 Comments · आपबीती, उलझन
क्या किसी ने केसरिया रंग के मफलरनुमा कपडे गले में डाल लिये तो वह भगवान का दूत हो गया है ? क्या कोई रेली निकालने वालों के लिये सडक के ट्रेफिक नियम कुछ भी नहीं ? क्या किसी को हक है कि वह राह चलते किसी भी आम शहरी को धौंस के साथ बाजू में […]
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It’s Good To Be Bad
October 5th, 2010 · No Comments · उलझन
It’s Good To Be Bad एक नई नई फिल्म अभी रिलिज होने जा रही है उसका पंच लाईन मुझे बडा भाया ! मेरे खयाल से शायद यह लाईन काफी मायनों में एकदम सटीक और सही साबित हो रही है, क्योंकि में खुद अपने आस पास के जीवन में यह देखता और महसूस करता हुं कि […]
शाबास बैंक वालों
August 14th, 2010 · 1 Comment · उलझन
आजकल जब से बैंकों का आनलाईनीकरण हुआ है तब से ही बेंक कर्मियों की पौ बारह है ! कुछ समय पहले मेनें एक बैंक में देखा कि बैंक के एक कर्मचारी सज्जन एक पुराने ग्राहक को जो कि विड्रोल भर कर पैसा कैश कराने आये थे ऊनको सलाह दे रहे थे कि सर आप ए.टी.एम. […]
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