किशन जी खत्री राजसमन्द के जाने माने कवि हैं । चाहे स्थानिय कवि सम्मेलन हो या फिर कोई भी छोटी मोटी साहित्यिक गोष्ठी, इनके बिना कविता सुनने वाले श्रोताओं को कुछ अधुरा सा लगता है । पेशे से किशन कबीरा चिकित्सकीय कार्यों (आर. के. राजकीय चिकित्सालय) से जुडे हुए हैं । “कबीरा” उपनाम से ही कोई भी कवि प्रेमी जान सकता है, कि इनकी रचनाएं छोटी पर एकदम सटीक होती हैं, और ये मानो गागर में सागर का सा काम करती है। देश और समाज के कई सारे विषयों पर कबीरा जी ने अपनी लेखनी से नित नए प्रयोग किये हैं ।
कबीरा जी साहित्यिक गतिविधियों में सालों से सक्रिय रुप से जुडे हुए हैं । कवि समम्मेलन हो या फिर इस तरह का कोई भी मौका, ये आपको वहां दिखाई पडेंगें फिर आप अगले कवि सम्मेलन में आ रहे हैं ना इनके ध्यानमग्न कर देने वाले काव्यपाठ को सुनने के लिए …….
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