राजसमंद की ख्यतिप्राप्त शख्सियतों में से आज हम मिलवाते हैं आपको कांकरोली के एक अति विशिष्ट शिक्षक त्रिलोकी मोहन जी पुरोहित से | कांकरोली के त्रिलोकी मोहन जी पुरोहित पेशे से एक टीचर यानी शिक्षक हैं, और शिक्षा प्रदान करना ही इनका पेशा हैं | ये बहुत ही प्रखर बुद्धि वाले व्यक्ति हैं | मंच संचालन करना हो, संस्कृत के बारे मे जानकारी की बात हो, या ज्योतिष के बारे में को बात हो, इनका कोई सानी नहीं, शिक्षक होने के कारण इनके नालेज का दायरा बहुत विस्तृत है | एक साधारण से टीचर के पेशे वाला कोई व्यक्ति इतना असाधारण बन जाए तो आश्चर्य की बात है ही | पर पुरोहित सा. ने सब कुछ अपनी स्वयं की मेहनत से हासिल किया |
स्कूल के दिनों में त्रिलोकी मोहन जी का पढ़ाने का तरीका भी विशेष प्रकार का था यानी नई शैली लिये था, बच्चो से दोस्ताना व्यवहार करना और छोटे मोटे उदाहरण आदि से समझाना आदि, और शायद इस कारण ही वे जिस जिस स्कूल में पढ़ाने गये, वहां के बच्चे आज भी गुरुदेव का नाम लेते नहीं थकते | इन सब के साथ ही त्रिलोकी मोहन जी समाज, राज्य व देश के प्रति गंभीर जज्बा रखते हैं और उम्दा लेखक और रचनाकार भी हैं, इनकी व्यंग्य रचनाएं तो बस देखे ही बनती है, पढ़ियेगा इन्हें एक बार जरुर |
गुरुदेव त्रिलोकी मोहन पुरोहित के ब्लाग का पता हैः http://tmpurohit.blogspot.com
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